एमपी में मोहन यादव को नया सीएम बनाने के बाद बदलाव की खबरें आ रही थी। अब बदलाव देखने को मिलने लगे है। पहला बदलाव सचिवालय में किया गया है। पूर्व सीएम के सचिव रस्तोगी को हटा कर राघवेंद्र को नया सचिव बनाया गया है। जानिए कौन है राघवेंद्र कुमार।
भोपालः मध्य प्रदेश में सीएम बदलने के बाद नई बनने वाली सरकार में बदलाव को लेकर खबरें आ रही थी। सबसे पहले बदलाव की चर्चा ब्यूरोकेसी में लेकर हो रही थी। उसका असर भी दिखने लगा है। सचिवालय में नए सीएम मोहन यादव ने बदलाव किया है। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के प्रमुख सचिव रहे मनीष रस्तोगी को बदलकर राघवेंद्र सिंह को नया प्रमुख सचिव बनाया गया है।
दरअसल, डॉ. मोहन यादव के नए सीएम बनते ही एडमिनिस्ट्रेशन लेवल पर बदलाव शुक्रवार की देर रात से होने लगा है। इस कड़ी में सबसे पहले सचिवालय में सीएम के प्रमुख सचिव के पद में बदलाव किया गया है।
सीएम मोहन यादव के सचिव बने राघवेंद्र कौन?
प्रदेश में खनिज विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह अब सीएम डॉ. मोहन यादव के हेड सेक्रेटरी के तौर पर काम करेंगे। उनको प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया है। नए सीएम बनने के बाद बदलाव करते हुए यह फैसला किया गया है। राघवेंद्र सिंह 1997 बैच के आईएएस अफसर है। राघवेंद्र ने मनीष रस्तोगी की जगह ली है। सीएम के शपथ लेने के 2 दिन बाद यह बदलाव हुआ है। प्रमुख सचिव बनाए जाने के साथ ही राघवेंद्र को लोक सेवा प्रबंधन का एक्स्ट्रा प्रभार दिया गया है। पूर्व सीएम शिवराज सिंह की सरकार में राघवेंद्र सिंह जनसंपर्क के प्रमुख सचिव के रूप में कार्य किए थे। चुनाव से कुछ महीने पहले ही उन्हे खनिज विभाग में भेजा गया था।
डॉ मोहों सचिव बेदाग छवि वाले राघवेंद्र कुमार सिंह को बधाई
नित्य नमन टाइम्स भोपाल-भोपाल, मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव बेदाग छवि वाले अफसर हैं। ब्यूरोक्रेसी में उनकी इमेज अपने काम से काम रखने वाले अफसरों की है। वे टॉस्क को पूरा करने में माहिर माने जाते हैं। इसी का नतीजा है कि उन्होंने 26 वर्ष के कैरियर में कई बड़ी जिम्मेदारी निभाई है। वर्ष 1997 बैच के आईएएस अधिकारी राघवेंद्र कुमार सिंह ने बतौर सहायक कलेक्टर होशंगाबाद जिले से कैरियर की शुरुआत की थी। उनकी तेजतर्रार कार्यशैली का ही नतीजा था कि वे एक-दो नहीं बल्कि पूरे चार जिलों के कलेक्टर रहे। इनमें नंबर वन जिला इंदौर भी शामिल है।
राघवेंद्र सिंह को सबसे पहले कलेक्टरी शहडोल जिले की मिली। वे 23 मार्च 2004 को जिले के कलेक्टर बनाए गए और 9 फरवरी 2005 तक कलेक्टर रहे। दूसरी बार उन्हें दमोह जिले की कमान संभालने का मौेका मिला। उन्हें इस जिले की जिम्मेदारी 12 सितंबर 2005 को दी गई थी और वे मार्च 2006 तक इस पद पर बने रहे। उनकी कार्यशैली का नतीजा यह रहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने गृह जिला सीहोर की कलेक्टरी का मौका उन्हें दिया। वे 20 अप्रैल 2006 से जून 2008 तक जिले के कलेक्टर पदस्थ रहे। लगभग पौने दो वर्ष बाद उन्हें 24 अप्रैल 2010 को इंदौर जैसे प्रदेश के सबसे महत्वपूर्ण जिले का कलेक्टर पदस्थ किया गया। वे 11 जुलाई तक 2012 तक जिले के कलेक्टर रहे। इससे पहले वे मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत इंदौर की भी जिम्मेदारी संभाल चुके थे। वे एमडी टूरिज्म के अलावा एमडी पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की भी बड़ी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी संभालने से पहले कमिश्नर वाणिज्यिक कर एमपी इंदौर की भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन कर चुके हैं। पूर्व मे वह जनसंपर्क आयुक्त प्रमुख सचिव , खनिज
प्रमुख सचिव भी रहे राघवेंद्र कुमार सिंह मूल रूप से मध्यप्रदेश के रीवा जिले के निवासी हैं। उनका जन्म 14 नवंबर 1968 को हुआ। बीई सिविल के साथ ही इंजीनियरिंग मटेरियल में एमटेक भी हैं। उन्हें पढ़ने और लिखने का भी शौक है।