देश के 8.50 लाख बैंक कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी पर मुहर लग गई है. आईबीए और बैंक यूनियनों में इसको लेकर करार हो गया है और लंबे समय से चल रहा बैंक कर्मियों का इंतजार पूरा हो गया है. सरकारी बैंकों के कर्मचारियों का मौजूदा 11वां वेतन एग्रीमेंट एक नवंबर 2022 को ही खत्म हो गया था. उसके बाद से ही वेतन बढ़ोतरी पर सहमति बनाने के लिए यूनियनों और आईबीए की बीच बातचीत चल रही थी.
आईबीए के चेयरमैन ए के गोयल ने घोषणा करते हुए कहा कि 17 फीसदी वेतन बढ़ोतरी का फैसला लिया गया है. इसके अलावा अगली समीक्षा नवंबर 2027 में ड्यू होगी. हालांकि बैंक कर्मचारियों को 5 दिन वर्किंग की सौगात नहीं मिल पाई है.
बैंक कर्मचारियों को 5 डे वर्किंग की नहीं मिली सौगात
बैंक कर्मचारियों की 5 दिन वर्किंग यानी 5डे वर्किंग की मांग पूरी नहीं की गई है और बैंक एसोसिएशन का कहना है कि इसकी मंजरी केंद्र सरकार ही दे सकती है. बैंक यूनियनें बैंकों में पांच दिनों के कामकाज यानी 5 डे वर्किंग करने की मांग कर रही थीं. बैंकों में सभी शनिवार को छुट्टी घोषित करने का प्रस्ताव आईबीए पहले ही सरकार को दे चुकी है.
फिलहाल देश में दूसरे और चौथे शनिवार को ही बैंक बंद रहते हैं और पहले और तीसरे शनिवार को बैंक खुलते हैं. इस तरह बैंक कर्मचारियों को महीने के 6 साप्ताहिक अवकाश मिलते हैं जिसे बढ़ाकर 8 वीकली ऑफ करने की मांग लंबे समय से की जा रही थी लेकिन फिलहाल ये पूरी नहीं की गई है.
लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान बेहद जल्द- सरकार ने ले लिया बड़ा फैसला
लोकसभा चुनाव की तारीखों के एलान और आचार संहिता लागू होने से पहले ही केंद्र सरकार ने बैंक कर्मचारियों की लंबे समय से मांगी जा रही बातों पर मंजूरी दे दी है. बैंक कर्मचारियों की सैलरी के लिए 17 फीसदी के अच्छे इजाफे से केंद्र सरकार को उनका समर्थन हासिल कर पाने की उम्मीद होगी.