इंदौर शहर में शुक्रवार को हुई बारिश से मौसम में ठंडक घुल गई है। इस खुशनुमा मौसम से शहरवासियों को गर्मी और उसम से राहत मिली। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इंदौर में अगले तीन से चार दिन बारिश की गतिवधियां रुक-रुककर दिखाई देंगी। फिलहाल मानसून प्रदेश के पूर्वी हिस्से प्रवेश कर रहा है। ऐसे में 25 जून के आसपास इंदौर में मानसून के दस्तक देने की संभावना है।
इंदौर में प्री-मानसून की बारिश
शुक्रवार सुबह 10.30 बजे बाद इंदौर शहर के अधिकांश हिस्सों में गरज-चमक के साथ हुई बारिश के कारण शहर की सड़कों और चौराहों पर जलजमाव दिखाई देने लगा। एयरपोर्ट क्षेत्र में एक घंटे में 16 मि.मी. बारिश दर्ज हुई है। बारिश की तेज बौछारों के कारण 15 मिनट के लिए दृश्यता गिरकर 1500 मीटर तक पहुंच गई।
तापमान में 5 डिग्री की आई गिरावट
इस सीजन में जून माह में पहली बार बारिश की तेज बौछारों से शहर तरबतर हुआ। इससे गर्मी से राहत मिली। गुरुवार के मुकाबले शुक्रवार को दिन के तापमान में पांच डिग्री गिरावट रही। अधिकतम तापमान 31 डिग्री पहुंचा। न्यूनतम तापमान 25 डिग्री दर्ज किया गया।
इंदौर में पिछले साल भी जून में हुई थी कम बारिश
अगले नौ दिनों में इंदौर में औसत बारिश का कोटा पूरा होने की संभावना है। शहर में पिछले साल भी 21 जून तक कम बारिश हुई थी। वहीं इस साल जून माह में औसत के मुकाबले 36 प्रतिशत ही बारिश हुई है।
इंदौर में जून माह में औसत बारिश : 146.1 मिमी
इस वर्ष 21 जून तक हुई बारिश : 52.6 मिमी
बारिश से सड़कों पर भरा पानी, राज्यपाल का काफिला आने से पहले गिरा पेड़
शुक्रवार दोपहर शहर में हुई बारिश के कारण बीआरटीएस, विजय नगर चौराहा, रसोमा चौराहा, सयाजी चौराहा, स्नेहलतागंज रोड पर जलजमाव हुआ। इसके कारण वाहन चालकों को परेशानी हुई। बारिश के कारण एसजीएसआईटीएस से लैंटर्न चौराहे की सड़क पर पेड़ भी गिर गया।
इसी रास्ते से कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत गुजरने वाले थे। वीआईपी मूवमेंट की सूचना मिलने पर सूबेदार ब्रजराज अजनार एवं प्रधान आरक्षक मुकेश लश्करी वहां पहुंचे वीआईपी के वाहन को वहां से व्यवस्थित पास करवाया।