चिकित्सकों का कहना है कि अब डेंगू के नए वेरिएंट के असर से प्लेटलेट्स गिरने के साथ किडनी में इंफेक्शन के साथ मरीज पीलिया से भी प्रभावित हो रहे हैं। डेंगू से बचाव के लिए मच्छरों पर नियंत्रण करना आवश्यक है। इसके लिए घर और आसपास पानी जमा नहीं होने देना चाहिये।डेंगू वायरस ने अपना नेचर बदल लिया है। डेंगू पीड़ित मरीजों में नए लक्षण सामने आ रहे हैं। किडनी में इंफेक्शन के साथ बुखार नए मरीजों में देखने को मिल रहा है। जबकि डेंगू के सामान्यत: लक्षण हल्का या तेज बुखार, जी मिचलाना, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, उल्टी, ग्रंथियों में सूजन, पेट दर्द, आंखों में दर्द हैं, लेकिन अभी जो केस सामने आ रहे हैं उनमें इस तरह के लक्षण नहीं है।यह कहना है कि गजराराजा मेडिकल काॅलेज के मेडिसिन विशेषज्ञ डाॅ.अजयपाल सिंह का। डाॅ. पाल कहते हैं कि डेंगू के केस अभी कम हैं, लेकिन नेचर में बदलाव आया है। इसलिए अब तक मिले डेंगू पीड़ित नए लक्षण के साथ ही भर्ती हो रहे हैं। जनवरी से लेकर अब तक 124 केस मिले हैं।इनमें छह केस इस सीजन के हैं। गजराराजा मेडिकल काॅलेज और जिला अस्पताल में डेंगू की जांच की जा रही हैं। जांच के लिए हर रोज सैंपल पहुंच रहे हैं। मंगलवार को 25 सैंपल जांच के लिए पहुंचे, लेकिन पाजिटिव केस नहीं मिला। जिससे स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली। हालांकि डेंगू के नेचर में बदलाव को लेकर चिकित्सक चितिंत हैं।