“लघु वनोपज से महिला सशक्तिकरण” पर आधारित होगा वन मेला : वन राज्य मंत्री अहिरवार
अंतर्राष्ट्रीय वन मेला 17 से 23 दिसम्बर तक लाल परेड मैदान पर लगेगा
आज भोपाल के एक होटल में आयोजित प्रेस वार्ता में पत्रकारों को संबोधित करते हुए वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार ने कहा कि हर साल की तरह अनूठे वन मेले का आयोजन इस बार “लघु वनोपज से महिला सशक्तिकरण” पर आधारित होगा। लघु वनोपज प्रबंधन में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रदेश में लघु वनोपज संग्रहण कार्य में लगभग 50 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी है। मेले में प्रदेशवासियों के अलावा देश के विभिन्न राज्यों के लोगों को इस मेले का इंतजार रहता है।
लाल परेड मैदान पर लगेगा सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वन मेला
17 दिसंबर से हो रहा है मेला शुरु, 23 दिसंबर को समापन
हर्बल जड़ी-बूटियों से निर्मित पदार्थ होंगे खास
देखने को मिलेगी दुर्लभ जड़ी-बूटियों की विशाल संपदा
औषधीय महत्व के दुर्लभ पौधों की होगी भरमार
वन मेले में मिलेंगी शुद्ध जड़ी-बूटियां
राज्य मंत्री अहिरवार ने कहा कि वन मेले में 300 स्टॉल लगाये जा रहे हैं। जिसमें प्रदेश के जिला यूनियन, वन धन केन्द्र, जड़ी संग्राहक, उत्पादक, कृषक, आयुर्वेदिक औषधि निर्माता, परम्परागत भोजन सामग्री के निर्माता और विक्रेतागण अपने उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्रय करेंगे। मेले में विभिन्न शासकीय विभागों द्वारा प्रदर्शनी लगाई जायेगी। अहिरवार ने कहा कि “लघु वनोपज से महिला सशक्तिकरण” पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला 19-20 दिसम्बर को मेला स्थल पर होगी। कार्यशाला में श्रीलंका, नेपाल और आस्ट्रेलिया के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
निशुल्क चिकित्सा परामर्श देंगे चिकित्सक
राज्य मंत्री अहिरवार ने कहा कि वन मेले में क्रेता-विक्रेता सम्मेलन 21 दिसम्बर को होगा। जिसमें उच्च गुणवत्ता युक्त लघु वनोपजों, जड़ी-बूटियों और एम.एफ.पी. पार्क द्वारा निर्मित आयुर्वेदिक औषधियों के क्रय-विक्रय के लिये अनुबंध किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि मेले में ओपीडी का संचालन होगा, जिसमें प्रतिदिन आयुर्वेद चिकित्सकों, उपचार करने वाले विशेषज्ञों के द्वारा नि:शुल्क चिकित्सीय परामर्श प्रदान किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इसमें 25 हजार लोगों द्वारा उपचार कराने की संभावना है।
विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
राज्य मंत्री अहिरवार ने कहा कि वन मेले में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। जिसमें आर्केस्ट्रा, नुक्कड़ नाटक, लोकनृत्य, स्कूली छात्र-छात्राओं के लिये गायन, चित्रकला, फैन्सी और ड्रेस का कार्यक्रम होगा। उन्होंने कहा कि ख्याति प्राप्त लोक गायिका श्रीमती मालिनी अवस्थी 18 दिसम्बर को, हास्य कलाकार श्री एहसान कुरैशी 19 दिसम्बर को, सूफी बैण्ड 20 दिसम्बर, फिडली क्राफ्ट 21 दिसम्बर और “एक शाम वन विभाग के नाम” 22 दिसम्बर वन मेले में आयोजित होंगे और 23 दिसम्बर को समापन कार्यक्रम होगा।
अंतर्राष्ट्रीय वन मेले का उदघाटन समारोह 17 दिसम्बर को
वन राज्य मंत्री अहिरवार ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय वन मेले का उदघाटन समारोह 17 दिसम्बर को महामहिम राज्यपाल मंगुभाई पटेल के मुख्य आतिथ्य और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में शाम 5 बजे लाल परेड मैदान पर किया जायेगा। राज्य मंत्री अहिरवार ने वन मेले में ज्यादा से ज्यादा लोगों को भागीदारी करने की अपील की है। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव एवं प्रशासन, म.प्र. लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित अशोक बर्णवाल, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं प्रबंध संचालक म.प्र. लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित श्री विभाष ठाकुर और वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
मेले का अंतर्राष्ट्रीय विस्तार 2011 से हुआ
बता दें राजधानी भोपाल में मध्य प्रदेश शासन वन विभाग और मप्र राज्य लघु वनोपज एवं सहकारी संघ मर्यादित की ओर से वन मेला का आयोजन साल 2001 से प्रदेश स्तरीय मेले के रूप में आरंभ किया गया था। साल 2011 से मेले का अंतर्राष्ट्रीय विस्तार किया गया। इसके बाद से वर्ष 2018 और 2020 को छोड़ हर साल दिसम्बर माह में अंतरराष्ट्रीय वन मेले का आयोजन किया जा रहा है। वन मेले के आयोजन का प्रादेशिक से राष्ट्रीय और राष्ट्रीय से अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक का विस्तार लघु वनोपज के वैभव के साथ ही संपन्नता, ग्रामीण आजीविका एवं निर्भरता को प्रदर्शित करता है।